बिहार

बिहार में जुमे की छुट्टी पर सियासी घमासान

पटना

बिहार में जुमे के दिन स्कूलों में साप्ताहिक छुट्टी का मामला शुक्रवार को विधान परिषद में उठा। चर्चा के दौरान पक्ष-विपक्ष के बीच नोकझोंक हुई। और इस मामले पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होने कहा कि जब जुमे पर मुस्लिमों को छुट्टी दी जा सकती है तो फिर रामनवमी पर हिंदुओं को भी अवकाश दिया जाए।

जुमे की छुट्टी पर सदन में हंगामा
दरअसल, जदयू के खालिद अनवर ने पूछा कि जब बिहार एजुकेशन कोड 1961 में यह प्रावधान है कि जुमे के दिन छुट्टी दी जा सकती है। ऐसे में सरकार ने छुट्टी कैलेंडर के बदले डीईओ को क्यों अधिकार दे दिया कि वह स्थानीय परिस्थिति के अनुसार निर्णय ले। जबकि इतने समय से जुमे के दिन छुट्टी दी जा रही है। देश में इन दिनों ऐसा वातावरण बनाया जा रहा है कि एक धर्म विशेष को टारगेट किया जा रहा है। भाजपा के देवेश कुमार व नवल किशोर यादव ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि जिस समय एजुकेशन कोड बना, उस समय सेकुलर शब्द संविधान के प्रस्तावना में शामिल नहीं था। जदयू के नीरज कुमार ने कहा कि सरकार में 17 साल रहने के दौरान भाजपा को कोई आपत्ति नहीं हुई। लेकिन सत्ता से हटते ही जुमे की छुटी के मसले को जान-बूझकर उठाया गया।

शिक्षा मंत्री ने दिया जवाब
वहीं इस मामले पर शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर ने कहा कि बिहार शिक्षा संहिता के आर्टिकल 265 के अनुसार विद्यालयों के लिए अवकाश तालिका जिला शिक्षा स्थापना समिति के द्वारा क्षेत्रीय, भौगोलिक, सामाजिक व धार्मिक वातावरण पर आधारित व्यवस्था के अनुसार तैयार की जाती है। प्रारंभिक व मध्य विद्यालयों की अवकाश तालिका में एकरूपता लाने के लिए प्राथमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से सांकेतिक अवकाश तालिका जारी की जाती है। इसमें जिला शिक्षा पदाधिकारियों को स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार बिहार शिक्षा संहिता के नियम 265 के आलोक में परिवर्तन करने का अधिकार है।

नीतीश सरकार पर बीजेपी का वार
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि राज्य में विधि व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। वहीं बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर के मुस्लिम से वोट का अधिकार छीनने वाले बयान को निंदनीय बताया और इसकी आलोचना की। साथ ही शिक्षक मतदातओं से एमएलसी चुनाव में बीजेपी को वोट करने की अपील की है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
Close